नाम: विक्रम कुमार
शिक्षा: वाणिज्य स्नातक
शहर: वैशाली
शौक: सामाजिक कार्य, कविता एवं आलेख लेखन
कलमकार का कहना है-
"मैं एक बहुत ही पिछडे़ हुए गांव से आता हूं। मेरे गांव के लोग आज भी साहित्यिक मूल्यों से अनभिज्ञ हैं। मैं अपने गांव में साहित्यिक जागरुकता लाने को प्रयासरत हूं और मुझे इसमें बहुत हद तक सफलता मिल रही है। मैने अपने दिनचर्या में से एक तयशुदा समय साहित्य को समर्पित कर रखा है और मेरा यह समय मेरे जीवनपर्यंत साहित्य को समर्पित रहेगा।"
कोड | शीर्षक | तिथि |
25SUN11825 | मां छाया है खुशियों की | 30 March 2025 |
25SUN11823 | चैत्र नवरात्र -अम्बे मां | 30 March 2025 |
25TUE11797 | अब | 25 March 2025 |
25TUE11786 | फिर शुरू की है | 25 March 2025 |
25SUN11780 | मुझ सा नहीं होगा | 23 March 2025 |
25SUN11776 | पराया हुआ मायका | 23 March 2025 |
25SUN11764 | खोज | 23 March 2025 |
25SAT11719 | नारी को नमन | 08 March 2025 |
25SAT11717 | नारी देवी का रूप है | 08 March 2025 |
25WED11625 | क्या फायदा | 12 February 2025 |
25WED11623 | नेक काम है | 12 February 2025 |
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