नाम: आशीष रंजन श्रीवास्तव
शिक्षा: इलेक्ट्रिकल व इलेक्ट्रॉनिक इंजिनीरिंग , मास्टर्स ऑफ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन (पावर मैनेजमेंट) व मास्टर्स ऑफ बिज़नस एडमिनिस्ट्रेशन (फाइनेन्स व इंटरनेशनल बिज़नस ड्यूल स्पेसलाइजेशन)
शहर: लखनऊ
शौक: ब्लॉगिंग, ट्रेवलिंग, ट्रेनेर, पेंटिंग, राइटिंग, ऊर्जा संरक्षण को बढ़ावा देने हेतु समाज को प्रोत्साहित करना, स्कूल के बच्चों व अध्यापकों को प्रशिक्षण देना
कलमकार का कहना है-
"साहित्य एक ऐसी धारा हैं, जिसके माध्यम से आप अपनी बातों को बहुत आसानी से व्यक्त कर सकते हैं। मुख्यतः साहित्य के प्रति रुचि मेरी कक्षा 11 के बाद से ही जागृत हो गयी थी और कुछ काव्य रचना सुरु भी कर दी थी, किन्तु इंजीनियरिंग करने के उपरांत ये प्रबल रूप से नियमित हो गयी। पेशे से इंजीनियर हूँ, और वर्तमान में ऊर्जा दक्षता ब्यूरो के तरफ से उत्तर प्रदेश सरकार के लिए ऊर्जा सलाहकार के पद के कार्यरत हूँ। मेरा मुख्यतः उद्देश्य यहीं रहता हैं कि जन मानस को ऊर्जा संरक्षण के बारे में जगरूप करूँ, तथा साथ ही साहित्य के चरणों से भी आशीर्वाद लेता रहूँ। तक़रीबन 200 से अधिक शायरी व कविताओं की रचना की हैं, जिसमें से एक मेरे हृदय के बहुत करीब हैं।
"ज़िन्दगी दागदार हो तो ही अच्छा हैं,हम आशिको की झोली यूँ साफ अच्छी नही लगती""
कोड | शीर्षक | तिथि |
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