नाम: अजय बाबू मौर्य ‘आवारा’
शिक्षा: एम.कॉम, एम.ए (अर्थशास्त्र), बीएड, बीजेएमसी
शहर: होशंगाबाद
शौक: कविता लिखना
कलमकार का कहना है-
"विद्यार्थी जीवन और युवावस्था में राजनीति में सक्रिय रहने के दौरान उस क्षेत्र के गंदे माहौल ने जब जीना दुष्वार किया, तो निजी व्यवसाय शुरू किया. वहां विफलता हाथ लगने के बाद वर्ष 2007 में अपना पैतृक शहर छोड़ा और तभी से यायावरी जारी है. "
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